Monday, 16 April 2012

अलविदा साकुरा

आगे भी होगा जो उसका करम , ये दिन तो मनाएँगे हर साल हम

अलविदा साकुरा
मिलेंगे फिर अगले बरस ....इंशाअल्लाह !!!
चित्र सौजन्य- स्टाफ़ एवम् छात्र संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, तोक्यो Photo courtesy: Staff and students,United Nations University,Tokyo

6 comments:

  1. सीतेश16 April 2012 at 15:48

    अति सुंदर अतिरेक सुंदर

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  2. सीतेश जी दुनिया के हर कोने के लोग अगर महज़ इसलिए इकट्ठा हों कि फूलों के पेड़ तले बैठना है तो इससे सुंदर क्या...मैं सहमत हूँ आपसे ।

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  3. Yeh Sakura ka photos bahut acchi hai Munish ji!
    --Seiko

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