the tavern,居酒屋,میخانه ...वो जाता था कि हम निकले
मेरी पसंद बखूबी जान गये हो आप.. :)इस गाने को कितने ही लोगों ने कितनी तरह से गाया है मगर हर हाल में लाजबाब!!आभार मित्र.
Brought back memories of good old days. Heard this after a long time. Thanks.
इस मधुर गीत को सुनवाने के लिए धन्यवाद। यह गीत इसलिए ज्यादा पसंद है क्योंकि इसमें एक गहरा अध्यात्मिक सन्देश छिपा हुआ है कि जीवन की डोर भगवान् के हाथ में है, इंसान तो बस एक कठपुतली है।
मेरी पसंद बखूबी जान गये हो आप.. :)
ReplyDeleteइस गाने को कितने ही लोगों ने कितनी तरह से गाया है मगर हर हाल में लाजबाब!!
आभार मित्र.
Brought back memories of good old days. Heard this after a long time. Thanks.
ReplyDeleteइस मधुर गीत को सुनवाने के लिए धन्यवाद। यह गीत इसलिए ज्यादा पसंद है क्योंकि इसमें एक गहरा अध्यात्मिक सन्देश छिपा हुआ है कि जीवन की डोर भगवान् के हाथ में है, इंसान तो बस एक कठपुतली है।
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