Monday, 28 September 2009
ब्लौगवाणी प्रकरण और एक क्षुब्ध ब्लौगर का हिम-गमन का निर्णय
ब्लौगवाणी प्रकरण से दिमाग भन्ना गया है । ब्लौगवाणी वाले मेरे रिश्तेदार नहीं थे मगर बिना किसी स्वार्थ के हिन्दी की सेवा में लगे थे ये मैं पूरे विश्वास से कहता हूँ . हिन्दी की सेवा में संलग्न उन अध्यवसायी पुरुषों का कुछ उद्दंड ब्लौग-भट्टों के मनमाने बयानों से आहत होना स्वाभाविक था किंतु उनका यों सेवा समाप्ति का फ़ैसला निस्संदेह आहत करने वाला है . हैं और भी दुनिया में एग्रीगेटर बहुत अच्छे मगर ब्लौगवाणी का था अंदाज़े बयां और ......... अब इन पोस्टों , पसंदों , चटकों , लटकों और बिन छंदों की कविताओं की उहा-पोह से दूर शान्ति की खोज में हिमालय यात्रा पर निकल रहा हूँ । इस यात्रा में मेरे साथ होगा संदीप जो एक मशहूर औ' मारूफ कैमरा मैन बन कर रहेगा और होगी यामाहा --दुनिया की नम्बर एक, अव्वल -अवलीन मोटर साइकिल ! इस यात्रा का मार्ग होगा दिल्ली--
-- हरियाणा (पानीपत--कुरुक्षेत्र---यमुना नगर )---हिमाचल ( पांवटा साहिब )----उत्तराखंड( डाक पत्थर--कलसी--यमुना ब्रिज --नैनबाग -- कुआँ-- नौगाँव ---बड़कोट -- हनुमान चट्टी --जानकी चट्टी ---यमुनोत्री(पैदल -पथ)<----------------------- यात्रा कल प्रातः सात बजे जापानी पार्क, दिल्ली से आरंभ होगी , कोई और जी जला हो तो आ जाए मगर अपनी बाइक लेकर !
पुनश्चः -- छपास के उपरांत सूचना मिली है कि ब्लौगवाणी लौट आया है, सो अब इस यात्रा को इस खुशी में हुई माना जाए । यात्रा की बाइक पर बैनर लगेगा --- ब्लोग्वानी बाइकर्स क्लब , किसी को कोई आपत्ति हो तो तुंरत सूचित करे । यात्रा का कार्यक्रम यथावत रहेगा
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बहुत बहुत बधाई । बलाग वाणी का वपिस आना बुराई पर अच्छाई की जीत है यात्रा के लिये शुभकामनायें आभार्
ReplyDeleteब्लॉगवाणी दीवाली
ReplyDeleteका एक बैनर
अवश्य फहराया जाये।
घर घर कलश सजाओ री,
ReplyDeleteमंगल गाओ री,
दीप जलाओ री ,
चौक पुराओ री ,
कोयल कूके मधुर वाणी
झूमे गाएँ सकल नर नारी
मनाओ दीवाली कि घर आई ब्लॉगवाणी...
अभिनन्दन ब्लॉगवाणी
यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं !
ReplyDeleteब्लॉगवाणी के वापिस आने पर बहुत - बहुत शुभकामनाए ।
ReplyDeleteआपकी भी यात्रा आज से शुरू हो गई होगी ? यात्रा का शुभारम्भ कैसा रहा ? बताईगा जरूर । कितने दिन की है ये यात्रा ? मैं तो आज जब हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर गई तब पता चला आपकी यात्रा के बारे में , जो कि मेरे नजदीक से होकर गुजर गई
खैर आपकी यात्रा सफल हो ,आप जिस उद्देश्य को लेकर निकले हैं उसमे सफलता मिले ऎसी मेरी कामना है ।आप्बधाई के पात्र हैं ।
Apki yatra ka iraada baut achha hai...
ReplyDeleteblogwani bhi wapas aa gaya hai to apki yatra ka maza ab to bar jayega...
yatra ki liye shubhkaamnaye...
ab दोहरी ख़ुशी मनाईये!!
ReplyDeleteयात्रा की सफलता की शुभकामनाएं ..
ReplyDeleteब्लॉगवाणी की वापसी अति सुखद है.
मैथिलीजी और सिरिलजी का हार्दिक आभार.
क्या बात है ..... वापिसी की आपको बधाई शुभकामना .
ReplyDeleteमुनीश जी,
ReplyDeleteमेरठ से निकलकर जाने को मन नहीं किया. कोई बात नहीं.
आपने प्लान तो बद्रीनाथ का बनाया था और पहुँच रहे हो यमुनोत्री. बड़कोट में मेरा एक दोस्त रहता है. हरिद्वार में नौकरी करता है. दिवाली के बाद मैंने उसे प्रतिज्ञा की है कि उसके साथ यमुनोत्री जाऊँगा. लेकिन अब जब आपके साथ घूम लूँगा तो फिर उसके साथ जाने का मजा कम हो जायेगा. पिछली बार तो हमने आपके 'कब्जे' से रेणुका को बचा लिया था लेकिन यमुनोत्री को नहीं बचा पाए.
यात्रा की शुभकामनाएं. मेरी तरफ से भी.
स्वागतयोग्य कदम
ReplyDeleteसोना आग में तप कर और खरा होगा
यात्रा हेतु शुभकामनाएँ
बी एस पाबला
आपकी यात्रा शुभ हो ,हम तस्वीरों का इंतज़ार करेंगे ....
ReplyDeleteयात्रा सफल हो!
ReplyDeleteचलो जी हो आआे
ReplyDeleteenjoy करां