नाम जुदा हैं तो क्या ,भारत माँ के सब बच्चे हैं भाई
अब्दुल उसके बच्चों को पाले जो घर वापस राम न आए
देखो वीर जवानों अपने खून पे ये इल्ज़ाम न आए
अंधा बेटा युद्ध पे चला तो न जा न जा उसकी माँ बोली
वो बोला कम कर सकता हूँमैं भी दुश्मन की एक गोली
ज़िक्र शहीदों का हो फ़िर क्यूं उनमें मेरा नाम न आए
देखोवीरजवानोंअपनेखूनपेयेइल्ज़ामनआए
अच्छाचलतेहैं , अच्छाचलतेहैं
कबआयेंगे ये कहना मुशकिल होगा ,
तुम कहती हो ख़त लिखना
ख़त लिखने से क्या हासिल होगा
ख़त के साथ रनभूमि सेविजय का जो पैगाम न आए
देखो वीरजवानों अपने खून पे ये इल्ज़ाम न आए आए ..देखोवीरजवानोंअपनेखूनपेयेइल्ज़ामनआएमाँनकहेकेमेरेबेटेवक़्तपड़ातोकामनाआएदेखोवीरजवानोंअपनेखूनपेयेइल्ज़ामनआए............
स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteजय हिन्द!!
भारत मॉ की जय हो!!
आई लव ईण्डियॉ
आभार
मुम्बई-टाईगर
द फोटू गैलेरी
महाप्रेम
माई ब्लोग
SELECTION & COLLECTION
"१५ अगस्त १९४७ के दिन आज़ादी का कोई अमर-पट्टा नहीं लिख गए अँगरेज़ हमारे नाम ."
ReplyDeleteबहुत गहरी बात।
जय हिन्द
yah geet mere pasandeeda geeto mai se ek hai...
ReplyDeleteaapne bilkul sahi kaha ki - छन्दहीन कविता लिखने वालों से सावधान ,असल कविता ऐसी होती है ---
जितना रोते हैं आजादी को
ReplyDeleteयदि थोड़ा रोते जिम्मेदारी को
तो रोना कोई नहीं रहता
तुक मिली कि नहीं मिली...
Happy Independence Day. Jai Hind !
ReplyDeleteदिलों में जोश भरने वाले इस बेमिसाल नग्मे को यहाँ पेश करने के लिए आभार !
ReplyDeleteमस्त सर जी
ReplyDeleteमैंने अपने ब्लॉग पर हिमाचल की कुछ तस्वीरें लगाई हैं
I will come Adarsh !
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