Wednesday 1 July 2009

मयखाने में शैतान

कहते हैं दुनिया के तमाम धत-करम का इन-चार्ज वही है . वही है जो इंसान को गंदे कामों के लिए उकसाता है ,लुभाता है और उसे शिकार बना कर हँसता है . कभी परम-पिता परमेश्वर का सबसे करीबी हुआ करता था मगर एक दिन उसकी कुर्सी हड़पने के नापाक इरादे से बगावत कर दी उसने . ईश्वर ने उसे जन्नत से निकाल बाहर किया और तभी से भगवान् से उसकी लड़ाई जारी है . यही वो कमीना है जिसने हव्वा को उकसाया की वो आदम को वो निषिद्ध सेब तोड़ कर लाने को कहे जिसे खाने से ईश्वर ने मना किया था . ज्ञान का वो फल खाए जाने का दुष्परिणाम आज तक तमाम इंसानी जात भुगत रही बताई जाती है .
हव्वा को उकसाने शैतान सांप बन कर आया था ,इसीलिये आज भी आदम -हव्वा की औलादें सांप को देखते ही कुचल देना चाहती हैं . ये तमाम बातें पहले भी पढ़ी थीं मगर अभी कुछ रोज़ पहले बाइबल सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के एक ऑडियो प्रोडक्शन के लिए बुलावा आया . ये संस्था पवित्र बाइबल का एक ऑडियो संस्करण बना रही है और बतौर पेशेवर मुझे युहन्ना या कहें जॉन के कोई पचासेक पन्ने अपनी आवाज़ में पढने थे . मुझे अच्छा लगा की ये मौका मुझे मिला . रिकॉर्डिंग में मसीह के चेले जॉन की चिठियों का पाठ भी था जिसमें आने वाले वक्त की भविष्य-वाणी है . इनकी व्याख्या के मुताबिक कुछ लोगों का मानना है की शैतान धरती पर है और वो भी इंसान के भेस में जो काफी इज्ज़तदार भी है और पोपुलर भी मगर उसका असल एजेंडा है तबाही . सवाल ये है की वो कौन है ? हलाँकि वो धर्म जिसमें मैं पैदा हुआ उसमें शैतान या इब्लीस या लुसिफ़र या बील्ज़िबब का कोई वजूद नहीं चूंकि यहाँ ऐसे कामों का जिम्मेदार कोइ शख्स न होकर वृत्ति है और आसुरी वृत्ति का संघर्ष अच्छाई से चला करता है . बहरहाल , बात एक ही है मगर सवाल ये है की वो कौन है जो इज्ज़त का लबादा ओढे घूमता है धरती पर की ज़हरीला खंजर उसका देख न पाए कोई शिकार होने के पहले !

5 comments:

  1. अच्छा तो ये राज है आपकी कड़क आवाज का.

    ReplyDelete
  2. Post to apki achhi hai hi per aaj pata chala ki aap recording bhi karte hai...ye to achhi baat hai...

    ReplyDelete
  3. bhai ..aap bahut accha likhte hai ... kabhi apni aawaz me haamri poems bhi record kar de ...pls

    vijay

    ReplyDelete
  4. Dear friends May God Save Us from the clutches of Shaitaan . Vijay ji ye to mera saubhagya hoga !

    ReplyDelete