Saturday, 6 June 2009

मनाली जा रहे हैं क्या ?

अगर हाँ.... तो मेरे ये संक्षिप्त अनुभव एक पुड़िया में बाँध कर अपने साथ ले जाएँ . मज़ा भी ज़्यादा आएगा और वक़्त का सही इस्तेमाल भी होगा . मैं पिछले साल इन्हीं दिनों वहां यूथ हॉस्टल अस्सोसिअशन के कैम्प में ६ दिन रहा था . किसी अड्वेंचेर के बिना देखी जा सकने वाली दो सबसे सुन्दर जगहों में से एक मनाली है और दूसरी गंगोत्री के रास्ते में हर्षिल . कश्मीर भी इनके आगे फीका है . बहरहाल मेरे ये ट्रेवल नोट्स आपके काम आये तो मुझे खुशी होगी . तस्वीरें दिखा कर जलाना नहीं चाहता सो नोट करें :---
1. The new manali town is as polluted and dirty as it could be. 2. visit old manali village and meander into its bylanes to witness many europeans who have settled here and living with their families. 3.Avoid visiting Rohtang pass if u cant leave ur hotel or camp at 5.30am 'cos u may get stuck into a chaotic traffic-jam engulfed into fumes of burning diesel and petrol. .4. The most beautiful landscape is to be found at Solang valley just nine k.m. from Manali town. Take a pony ride to Anjani Mahadev from here and enjoy the grandeur of valley. Para gliding and horse riding are other activities u can enjoy here.Don't try driving mountain bikes here 'cos their handles are too hard to handle . 5.There r many spots where u can enjoy the bank of river Beas , but the best one is Raison about nine k.m. from Kullu on road to Manali. Just on the right side of milestone indicating Raison 'O' k.m. there is a small restaurant where u can find beer as well . If u want to enjoy river rafting for the first time , this is the place to look for . 6.There are hotels for every budget here ,but the best option will be Himachal tourism's log huts at Kasol which is on the road leading to hot water springs of Manikaran. 7. Don't forget to visit Naggar and spend some time in old haveli of Devika rani and her celebrated painter husband . shubh yatra!

14 comments:

  1. Very crucial for people heading towards Manali for the first time. Thank you for the information.

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  2. अच्छी जानकारी। शुक्रिया। व्यास नदी के किनारे यात्रा करना सच में मजेदार अनुभव हैं।

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  3. अच्छा किया आपने ,दिशा निर्देश दे दिया .धन्यवाद .

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  4. बढिया लिखा है। मुझे भी दो साल पहले अपनी मनाली यात्रा याद आ गई। जो लोग पहली बार जा रहे हैं उन्हें यह सब जानकारी बहुत उपयोगी सिद्ध होगी।

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  5. भाई तीन बार यात्रा करली वहां की और आप बिल्कुल सच कह रहे हैं. रोहतांग पास मे जाम लगने की परम्परा पुरानी है. हम १९९३ मे गये थे तब भी थोडा जाम लग जाया करता था पर २००६ के समय बहुत ज्यादा समस्या आई थी और अब आप बता रहे अहिं वो भी सही होगी. वाहन बहुत बढ गये हैं.

    रामराम.

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  6. सर आपका ब्लॉग तो वाकई कई जगहों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां समेटे हुए है। आपका प्रोत्साहन पाकर अच्छा लगा। आगे भी मार्गदर्शन करते रहें और निरंतर अच्छा लिखने की कोशिश करात रहूंगा।

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  7. Achhi jankari di hai apne...future mai jarur kaam ayegi...

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  8. हम तो अभी तक नहीं गए मनाली.....हाँ कुछ मित्र अवश्य गए थे, परन्तु उन्होनें ये सब सावधानियां तो कभी नहीं बताईं, आपने बता दी इसके लिए धन्यवाद.......

    साभार
    हमसफ़र यादों का.......

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  9. सौभाग्य से हनीमून में वहीं जाने का मौका लगा थ। लाजवाब जगह है।
    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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  10. अजी क्यों जला रहे हो?
    मनाली के दो-चार ठंडे-ठंडे फोटो दिखा देते तो हमें भी ठंडक पड़ जाती.

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  11. एक बार आपको बुलाकर हम छ्त्तीसग्ढ और बस्तर जरुर घुमायेंगे !!

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  12. जिंदगी इक सफर है सुहाना- वाकई मुसाफिर बन जाने का अपना ही मजा है । वो अलमस्ती, वो फक्कड़पन एक जगह स्थिर जिंदगी में कहां । कोलाहल ब्लाग में शामिल होने का शुक्रिया मुनीश भाई !

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