दिल्ली से चल कर यू.पी. से बच कर उत्तराखंड जाना हो तो हरियाणा के ज़िला यमुना नगर के बाद हिमाचल का ज़िला सिरमौर पड़ता है जो महाबली खली की वजेह से मशहूर हो गया है . इस से भी लाख गुना महत्व यहाँ मौजूद नगर पांवटा साहेब का है . कहते हैं सच्चे बादशाह गुरु गोबिंद सिंह यहाँ अपने शिष्यों के साथ काफी अरसा रहे . धर्म रक्षार्थ प्रयुक्त उनके हथियार आज भी वहां देखे जा सकते हैं . सिख गुरुओं के बिना धर्म और संस्कृति की रक्षा कठिन थी . गुरु साहेब के अनुयायी भले ही पंजाबी ज़्यादा हों उनकी बानियाँ मिली-जुली ब्रज एवं अवधी में मिलती हैं ," देहु शिवा वर मोहे , शुभ कर्मन से कभी न टरों, रन में अरि सों जब जाय लड़ों ,निश्चय कर अपनी जीत करों " आपके बलिदान एवं शौर्य का लोहा बड़े बड़े सूरमाओं ने माना . "जो बोले सो निहाल ,सत् सिरि अकाल '' के जय घोष के साथ हम बढ़ते हैं डाक पत्थर और कालसी की ओर जिसकी तस्वीरें आप भाग -१ में देख ही चुके हैं . गुरु जी के जन्म स्थान की तस्वीरें आज मनीष मुसाफिर के यहाँ भी लगायी गयी हैं ,दर्शन कर के धन्य होवें.
वाह गुरु!
ReplyDeleteआगे की कड़ी का इंतज़ार रहेगा।
Wow wow wow ...
ReplyDeletedarshan karke maza aa gaya...
कल्पना से भी परे सुन्दरता का एहसास करा दिया आपने।
ReplyDeleteWhich river is that Vyas ? Nice Pics & Happy Birthday before the day passes by :)
ReplyDeleteThnx for B'day wishes bhai ! This is Yamuna.
ReplyDeleteGanga feels the flat ground at Risikesh first & Yamuna feels the same at Dak pathar & Paonta first.
Belated HBD wishes from here too Munish Bhai!
ReplyDeleteThe pics are tempting!
Atyachariyon aur luteron (psuedo-secularist Maaf Karen) se loha lene wale, Hinduon ke sachche rakhwale Guru Gobind SinghJi ko sat sat naman.
ReplyDeleteKhalsa soi, jo kare nit jung.
Khalsa soi, jo chade turang.
Aapne Guru Gobind Singhji ke charitra ke ek aur pahlu se parichya karvaya, Board ke jariye.
Thanks.
मुनीश जी,
ReplyDeleteअच्छा लगा. जरा ये और बताओ कि ऊपर के तीन चित्र क्या पौंटा साहिब के ही हैं या कहीं और के? क्योंकि आपने शीर्षक तो चकराता का दिया है और विवरण पौंटा का.
पोंटा साहिब वाकई बहुत सुन्दर जगह है ..यहाँ जाना हुआ है मेरा ..आज चित्र देख कर सब याद आ गया ..
ReplyDeletePaonta Sahib is on the road leading to Kalsi which is gateway to Chakrata . This is Yamuna at Paonta sahib.
ReplyDeleteThanx a lot dear ladies n' gentlemen. Do come again.
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