Sunday 4 July 2010

थ्री साइड ओप्पन ! पानी २४ घंटे ! फुल्ली ऐ.सी.! है कोई पार्टनर ....?

चंडीगढ़ से राष्ट्रीय -राजमार्ग नंबर २२ पकड़ के पुरानी हिन्दुस्तान -तिब्बत रोड पे चलते-चले जाइए तो जो आखिरी भारतीय गाँव पड़ता है हिमाचल का ..बस्स.. वही तो है चितकुल( सरकारी नाम 'छितकुल' ) । चित्त को कूल कर देता है ये गाँव इसीलिए मैं इसे चितकुल ही कहता हूँ ! देखिये आप इसे क्या कहते हैं ...... बड़ी मौके की जगह दिखती है कसम से पिलौट लेने लायक़ !!! है कोई पार्टनर ??????? अजी लोकेशन देखने में क्या जाता है !. मकान के लिए नहीं तो किस्से -कहानी के लिए तो 'प्लाट ' मिल ही जाएगा .. तो फिर चलें क्या ?

7 comments:

  1. वाह , वाह , वाह ! क्या अद्भुत नज़ारा ।
    दिल खुश हो गया हमारा ।
    लेकिन भाई हम तो कन्फ्यूज हो गए हैं । सोच रहे थे कि चाँद पर एक प्लाट बुक करा दें लेकिन अब तो सोच रहे हैं कि यहीं क्यों नहीं । जो बात इस जगह , है कहीं पर नहीं ।

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  2. @डॉक्टर दराल-- अजी चाह से राह होती है ! आप गड्डी विच तेल पवाओ , धक्के देने वाले हम हैंगे !

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  3. "वाकई में चित्कूल जगह है..."

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  4. जी , एक ठो पिलाट इस नाचीज के नाम बुक कद्देवो!
    पीसे बाद में मिल जांगे।
    ठीक कई बाबूजी ?

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  5. @amitraghat- cooooool yes by all means !

    @sidheshwar--बाउजी कब्जा सच्चा ,बयाना झूठा --प्लाट ही प्लाट : एक बार मिल तो लें ! फ्री-होल्ड प्रापर्टी ; नक्शा अप्रूव्ड ; सीवर चालू !!

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  6. अऱे वाह यार. प्लाट लेगें बाद में पहली जिम्मेदारी निपटा के लिए निकलते हैं....कहीं पहाड़ पर ही घूमने। यार कैसे इतना घूम लेते हो. मेल करना...

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  7. पेड़ों के पीछे , आस्मां के नीचे !

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