Sunday, 13 June 2010

एक साइकिल गीत भाई मीत के लिए

'किस से कहें' वाले मीत भाई को सभी गीत,ग़ज़ल के कद्रदान और एक बड़े नर्मदिल फनकार के तौर पे जानते हैं उनके ब्लौग पे जाइए तो लगता है एक ऐसे शख्स की दुनिया में गए जो मौसिकी को जीता है मग़र एक ज़माने में आप भीषण यायावर रहे हैं और मोटर साइकिल पे देश भर का फेरा लगा चुके हैं और अगर उनकी सूर्यग्रहण वाली तस्वीरें आपने देखी हों तो फोटोग्राफी के उनके फ़न का अंदाज़ा आप कर सकते हैं एक-दो दफ़ा उनसे फोन पे हुई चर्चा से ये पता चला मग़र अपने उस दौर को लेकर ज़्यादा कुछ कहने पे आप तैयार नहीं हुए हालांकि , हमें बहुत बेक़रारी से इंतज़ार रहेगा उनके वो सब अनुभव भी तफ़सील से सुनने का ।मुझे लगता है कि अगर हम सब उनसे आग्रह करें तो शायद वो कुछ कहने को राज़ी हों उस दौर के बारे में बहरहाल, आपने साइकिल गीत की फरमाइश की है तो आइये उनकी पसंद का हम सब भी मज़ा लें

4 comments:

  1. बढ़िया गीत सुनवाया।
    घुघूती बासूती

    ReplyDelete
  2. मजा आया यह गीत सुनकर.

    ReplyDelete
  3. Nice song with my favourite Dev Anand.

    ReplyDelete