Monday, 4 August 2008
पेशावर का बन्दूक़ बाज़ार
यूँ तो इस बाज़ार में बारूदी सुरंग, एंटी-एयर क्राफ्ट गन , मल्टी - बैरेल रॉकेट लोंचर और स्टिंगर मिसाइल भी सरेआम बिकते रहे हैं ,मगर 9/ 11 के बाद जब से पाकिस्तान दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ जंग में अमरीका का सद्रमददगार हुआ है तब से यहाँ भारी क़िस्म के असलाह पर सरकारी पाबंदियां आयद कर दी गई हैं । हालांकि इसबाज़ार को बंद कर देने के लिए पाकिस्तान पर बैनुलक्वामी दबाव है मगर पाकिस्तान की भी तो अपनी मजबूरियांहैं । ऐसा हुआ तो इस घरेलू कारबार में लगे क़रीब दो हज़ार से ज़ियादा खानदान बेरोज़गार हो जायेंगे और वो इसअसलेः को इन्तज़ामिया पर ट्राई करने की भी सोच सकते हैं हालांकि इसके चांस कम हैं चूंकि इस इलाके मेंइन्तज़ामिया नाम की चीज़ तो कभी ब्रिटिश ज़माने में भी नहीं रही । यहाँ की एक मशहूर लोकल कहावत कातर्जुमा किया जाए तो यूँ होगा, '' चूल्हा भले ठंडा रह जाए , बन्दूक की नाल गरम रहनी चाहिए " -
ने खींची हैं , हालांकि ये उन तस्वीरों के आगे कुछ भी नहीं जो इंडिया टुडे और आउटलुक हमारे यहाँ बरसों पहलेछाप चुके हैं । मामूली Barreta रेवोल्वर से लेकर A. k. सीरीज़ की तमाम गन और LMG से लेकर सिंगल बैरेल लोंचरजैसे जदीद तरीन हथियार इस बारह मासी बाज़ार में इत्मीनान से बिकते रहते हैं और मासूम अफगान औरभारतवासी इनका निशाना बनते रहते हैं । अफगानिस्तान को लाल रूस से बचाने के नाम पर उस शानदार मुल्कका जो हश्र पकिस्तान ने किया वो कोई राज़ नहीं है । अफगानिस्तान की सरकारी वेबसाइट्स में से एकमें तो ये तक कहा गया है के तमाम भारी फौजी असलाह पाकिस्तान के तावुन से तिराह औरखुर्रम एजेन्सी में इसी तरेह सरे आम बिक रहा है । बहरहाल .....बुध्धम सरणं गच्छामि .....ओम शांतिः , चारों औरअहिंसा की छटा है प्रिये !
।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
ओम शांतिः...ओम शांतिः..ओम!!!!!!!!!!
ReplyDeleteSome day, just some day, the world (US included) will have to see all this with open eyes .... start believing (and saying too), that all this is A FACT.
ReplyDeleteआई हेट टीयर्स पुष्पा, आई हेट टीयर्स!
ReplyDeleteIndian army ko yahaan se hathiyaar khareednay chaahiye,,saste mein mil jaayenge :)
ReplyDeletejaihind! thanx gentlemen!
ReplyDeleteबड़ा ही खौफनाक मंजर है !
ReplyDeleteIn hathiyar banane walon ki tallinata, apne karm ke prati inka samarpan, bahut hi mohak lag raha hai.sab kuchh bahut shanti aur nirvikar bhaav se chal raha hai.Mulla ji ki mand-mand muskurahat mein koi vair nahin chhipa hai.haath mein hathiyaar khilaunon ke manind saje hain.Darasla Krishna ka karma yoga yahi hai jo sarhad par phal phool raha hai...........
ReplyDeleteKarmanyevadhikaraste Maphaleshu Kadachana..........
Lekin yahaan to parinam ki chinta hamen to karni hi chahiye.......
Hey Govind!Hey Madhav!Hey Murari!