Monday, 31 August 2009
एक मोटर साईकिल विडियो लद्दाख से
लद्दाख जाने का मौका मिला था ,बल्कि सन्९९ की मशहूर आतिशी गर्मियों में तो वहां करीब महीने भर के प्रवास का मृत्यु-पर्यंत न भूलने वाला अनुभव भी रहा ! जहाँ तक बात बाइकिंग की है तो महज़ ३०० किलोमीटर' एट ऐ स्ट्रेच ' से ऊपर जाने की न तो हिम्मत हुई और न ही कंपनी मिली । ऐसे कामों में कंपनी बड़ी अहम् चीज़ है । आदर्श अपने नाम के ही अनुरूप एक आदर्श बाइकर है जिसके पास कम्पनी भी मस्त है और बाइक भी । अपनी लद्दाख यात्रा के दौरान उसने वहां पांगोंग झील का ये विडियो शूट किया था जिसे आप सब के साथ बांटते हुए मुझे ऐसी ही खुशी मिल रही है मानो मैं ख़ुद एक बार फ़िर वहां पहुँच गया हूँ । क्लिकियाएं और महसूस करें एनफील्ड की वो ट्रेड-मार्क थरथराहट -----
courtesy--Adarsh)
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अच्छी शूटिंग की है… नीले पानी से भरी विशाल झील देखकर दिल बाग-बाग हो गया…
ReplyDeleteपैगोंग लेक का नीलापन और लद्दाखी मरूस्थल ललचा रहा है मुनीश जी। कुछ ठहरे हुए द्रश्य भी दिखाओ न। मन है।
ReplyDeleteलद्दाख तो २-३ बार जना हुआ पर पैगोंग लेक तक जाने का अवसर न निकल पाया।
Buitiful,लेक क्या है, यूँ प्रतीत हो रही है मानो नीली नदी हो !
ReplyDelete@Vijay -- Bhai i have a lot of Ladakh pics ,but these were taken with a normal happy birthday camera. Someday sure !
ReplyDeletemunish ji, maja aa gaya.
ReplyDeleteagli baar foto bhi dikhana.
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ReplyDelete@NEERAJ --yaar i don't have a scanner so u have to wait !
ReplyDeleteYe to bilkul WoW WoW WoW wali post hai... is jheel ko dekh ke to bas ur ke is jagah pahunch jane ko man ho raha hai...
ReplyDelete@Vineeta--Yeeeeah !
ReplyDeleteदिल गार्डन-गार्डन हो गया।एन्फ़िल्ड़ चलाने का शौक कुछ दिन मुझे भी चर्राया था लेकिन किक मारते समय रिवर्स किक के डर से इश्क का भूत चढने से पहले ही उतर गया और यामाहा आरएक्स 100 से ही दिल को बहलाना पडा।बट बुलेट इज़ बुलेट्।
ReplyDeleteमेरे स्पोर्टस में एक शख्स हैं जो साल में एक बार 15 अगस्त के समय पर दिल्ली से चलते हैं यानी कि 15 अगस्त को वहां पर पहुंचकर झंडा फहराना होता है बाइक पर वाया चंडीगढ़। इस बार मैं बाइक अरेज नहीं कर पाया पर अगले साल जरूर जाऊंगा।
ReplyDelete@anil bhai--- i own a yamaha sir !
ReplyDelete@all-- thnx a lot dear friends !
aasman aur nadi ka rang ek sa ho gayaa mano...bahut khuubsurat
ReplyDeleteMunish bhai, video badi zabardast hai our enfield ki baat hi kuch our hai... I also own RE, ghar se door family ke baad sabse zyada RE ko hi yaad karta hu.. uff wo ride, wo 'thumbs'
ReplyDeleteचकाचक !
ReplyDeleteआप आए बहार आई । हम तो समझे थे कि सब भूल गए हैं हमको ....
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